चीन ने दुनिया का पहला चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर लॉन्च किया

आज की इस पोस्ट [दुनिया का पहला चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर] में क्या कुछ इंपॉर्टेंट हम करने वाले हैं डिस्कस, रिसेंटली एक बहुत ही बड़ी खबर हमें देखने को मिली है जिसमें कि चाइना ने लॉन्च किया है दुनिया का पहला चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर साथ ही कहा है कि उनकी जो डिपेंडेंसी है फॉरेन टेक्नोलॉजीज पर अब वो उसको कम से कम करेंगे सेल्फ रिलायंट बनेंगे और उनके कंट्री में जितने भी कोल पावर प्लांट्स वगैरह है उसको भी अब वो शट डाउन करने की बात उन्होंने कही है। तो आज की इस पोस्ट में दोस्तों हम डिस्कस करेंगे कि ये जो फोर्थ जनरेशन इनका न्यूक्लियर रिएक्टर होने वाला है।

पहला चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर

इसके बाद से चाइना के अंदर क्या-क्या डेवलपमेंट्स होंगे क्या-क्या देखने को नई चीजें मिलेंगी और दूसरी कंट्रीज के लिए क्या खतरा बढ़ सकता है । चाइना की तरफ से इन सारी एस्पेक्ट्स पे हम आज की इस पोस्ट में करेंगे डिस्कस तो चलिए पोस्ट को करते हैं दोस्तों पहले हम जान लेते हैं कि एक न्यूक्लियर रिएक्टर होता क्या है ठीक है न्यूक्लियर रिएक्टर क्या है एक डिवाइस है जिसको कि यूज़ किया जाता है कि इनिशिएटिव [संगीत] [प्रशंसा] जन का रिएक्शन होता है उसको कंट्रोल या इनिशिएटिव जन क्या होता है आइए इसके बारे में थोड़ा सा समझ लेते हैं यहां पे आप पिक्चर में देख रहे होंगे न्यूक्लियर फिजन के बारे में पहले बात कर लेते हैं जब कोई भी बड़ा एटम जो होता है या मॉलिक्यूल जो होता है ।

पहला चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर

पहला चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर


वह जब स्प्लिट होता है छोटे-छोटे एटम्स या मॉलिक्यूल में तो उसे हम कहते हैं न्यूक्लियर फिजन वहीं पे जब छोटे-छोटे जो मॉलिक्यूल होते हैं या फिर एटम्स होते हैं जब वो कलेक्ट होके क्या करते हैं एक बड़ा एटम फॉर्म करते हैं तो उसे हम कहते हैं। न्यूक्लियर फिजन ठीक है तो इन्हीं का ये क्या है एक तरीके से रिएक्शन है जो कि आपको न्यूक्लियर रिएक्टर के इस डिवाइस में देखने को मिलेगा क्लियर हो गया न्यूक्लियर रिएक्टर्स आर यूज्ड एट ए न्यूक्लियर पावर प्लांट्स तो ये जो पावर प्लांट का ये बना रहे हैं वहां पे न्यूक्लियर रिएक्टर्स जो है वहां पे यूज किए जा रहे हैं फॉर द इलेक्ट्रिक जनरेशन पर्पसस एंड इन अ न्यूक्लियर मरीन प्रोपल्शन ठीक है । तो ये आपको समझ में आ गया होगा कि न्यूक्लियर रिएक्टर जो है वो होता क्या है और किस वजह से इसको यूज किया जाता है और सेटअप इसका कैसा होता है क्लियर हो गया तो चलिए बढ़ते हैं हम आगे अब इस जो का न्यूक्लियर रिएक्टर आने वाला है फोर्थ जनरेशन इसके बाद क्या होने वाला है ये क्या-क्या बेनिफिट जो है वो प्रोवाइड करेगा पहले तो बात कर लेते हैं कि ये सेटअप कहां है चाइना में तो शडा वन प्लांट जो है इसका नाम है ठीक है जो कि चाइना के आपके नॉर्दर्न शैडो प्रोविंस या फिर नॉर्दर्न डोन जो एरिया है उसमें आपको देखने को यह प्लांट मिलेगा ठीक है जिसको कि डिजाइन किया गया है कि यूज कर किया जा सके फ्यूल्स को मोर एफिशिएंट तरीके से इंप्रूव किया जा सके कंट्री के इकोनॉमी को साथ ही सेफ्टी जो है कंट्री का उसको भी एक तरीके से इंप्रूव किया जा सके और एनवायरमेंटल जो फूट फुटप्रिंट्स है मतलब कि एनवायरमेंट को भी कोई हानि ना हो और एनवायरमेंट फ्रेंडली भी हो तो उस वजह से उसको भी इंप्रूव किया जा सके तो इस न्यूक्लियर रिएक्टर के आने के बाद देखने को मिलेगा चाइना में साथ ही यह क्या करेगा मीट करेगा कार्बन एमिशन के जो गोल्स हैं आपको याद होगा जो कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज की अभी 28 की समिट हुई थी उसमें चाइना ने इवन कहा भी था कि वो क्या करने वाले हैं अब जो कार्बन जो एमिशन वगैरह है जो कि ज्यादा से ज्यादा होते हैं क्योंकि ये डेवलप्ड कंट्रीज हैं और इन कंट्रीज से ज्यादा होते हैं एंड दैट इज व्हाई उन्होंने वहां पे बोला भी था कि हम क्या करें कार्बन इमेशन को दोस्तों कैसे कंट्रोल में लाया जा सके इसके बारे में भी उन्होंने सीओपी 28 में चर्चा की थी ठीक है तो इन सारे एस्पेक्ट्स को देखते हुए भी वो क्या कर रहे हैं ध्यान दे रहे हैं और इस न्यूक्लियर रिएक्टर को क्या कर रहे हैं सेट अप कर रहे हैं अब बात कर लेते हैं इस न्य न्यूक्लियर रिएक्टर में और क्या-क्या देखने को हमें मिल सकता है तो आपको 200 मेगावाट का एटीजीसी आर प्लांट जो है ये देखने को मिल सकता है दैट मींस अ हाई टेंपरेचर गैस कूल्ड रिएक्टर होगा जो कि एक टाइप ऑफ गैस कूल्ड न्यूक्लियर रिएक्टर है जिसको कि यूज किया जा रहा है यूरेनियम फ्यूल एंड ग्रेफाइट मॉडरेशन टू प्रोड्यूस हाई रिएक्टर कोर आउटपुट टेंपरेचर्स ठीक है मेनली इसको हाई कोर जो रिएक्टर कोर का टेंपरेचर है वो प्रोड्यूस करने के लिए एटीजीसी का यूज किया जा रहा है।

पहली चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर की खासियत

इस रिएक्टर का ठीक है साथ ही दोस्तों अगर हम बात करें कि ये किसके साथ कोलैबोरेट करके ये जो प्लांट है इसको सेटअप किया जा रहा है इसका डिजाइन दिया जा रहा है तो ये सिंवा यूनिवर्सिटी जो कि चाइना की एक यूनिवर्सिटी है साथ ही चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉरपोरेशन एंड स्टेट के द्वारा रन किया जा रहा है एक यूंग जो यूटिलिटी एक बोल सकते हैं कि ये डिजाइन प्रोवाइड कर रहा है इस पावर प्लांट को क्लियर हो गया अगर हम बात करें कि यह जो पावर प्लांट आने वाला है या न्यूक्लियर रिएक्टर आने वाला है ये पुराने जो भी इनके जितने भी थर्ड सेकंड जो जनरेशन न्यूक्लियर रिएक्टर थे ये उनसे कैसे डिफरेंट होने वाला है कन्वेंशनल जो रिएक्टर्स थे वो प्रोड्यूस करते थे इलेक्ट्रिसिटी फ्रॉम न्यूक्लियर एनर्जी लेकिन ये कुछ क्या है एडवांस्ड मॉडल के हैं नोन एज स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स और एसएमआरएस ठीक है उसको यूज किया जाएगा फॉर अदर एप्लीकेशंस जिसमें कि इंक्लूड किया जाएगा हीटिंग डिसेलिनेटेड फॉर इंडस्ट्रियल नीड्स ठीक है तो इन इन रेस्पेक्ट में आप देखोगे तो जो पुराने न्यूक्लियर इनके रिएक्टर्स से से आप देखोगे ये जो सारे आपको प्रॉफिट या बेनिफिट जो है इन इन रिएक्टर्स में देखने को मिलेंगे ठीक है और अगर हम बात करें दोस्तों कि चाइना जो है उसका क्या गोल है।

इस पे तो चाइना का गोल है कि प्रोड्यूस किया जाएगा 10 ऑफ इलेक्ट्रिसिटी फ्रॉम न्यूक्लियर बाय 2035 साथ ही 2060 का भी इन्होंने आंकड़ा जो है वह सेट अप किया है कि 18 पर जो इलेक्ट्रिसिटी है वह प्रोड्यूस कर लेंगे बट अगर हम बात करें 2023 के सितंबर तक भी इनका जो 2020 का टारगेट था वह भी नहीं मीट हो पाया है जिसमें कि इंस्टॉल करना था इनको 58 गीगावाटस का न्यूक्लियर कैपेसिटी ठीक है मोर देन 90 पर ऑफ शिड बाय प्लांट्स इक्विपमेंट इज चाइनीज डिजाइन ठीक है तो जो ये डाऊ पावर प्लांट है ठीक है इसके जो भी जो इक्विपमेंट्स वगैरह है इसमें चाइना का ही प्रोडक्ट है चाइनीज डिजाइन जो है आपको ज्यादातर देखने को मिलेंगे जिसका कि आंकड़ा है 90 पर का ठीक है क्लियर हो गया ये मल्टी यूज एसआरएमस जो है यूज कुड बी कुड प्ले अ सेंट्रल रोल इन डी कार्बोनाइजेशन एंड एनर्जी ट्रांजिशन ।

Read: प्रथम विश्व युद्ध के 80+ Interesting Facts

अगर हम बात करें कि ये ( पहला चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर) कितना ना इंपोर्टेंट रोल प्ले कर सकते हैं किस फील्ड में तो डी कार्बोनाइजेशन के लिए दोस्तों यह काफी इंपॉर्टेंट रोल प्ले कर सकते हैं एनर्जी ट्रांजिशन के लिए ठीक है थैंक्स टू देयर कॉम्बैट एंड सिंप साथ ही दोस्तों इनके जो सिंपलीफाइड आर्किटेक्चर है वो भी काफी अच्छे हैं देयर मॉड्यूलर डिजाइन रिड्यूस कॉस्ट एंड कंस्ट्रक्शन टाइम तो ये जो सारे एस्पेक्ट में आप देख रहे हो कि डी कार्बोनाइजेशन में हेल्प करेगा एनर्जी ट्रांजिशन में हेल्प करेगा काफी सिंपलीफाइड स्ट्रक्चर का भी है कंपैक्ट भी है मॉड्यूलर डिजाइन का जो कॉस्ट है वो भी काफी कम है क्योंकि न्यूक्लियर रिएक्टर्स को बना बनाने में काफी ज्यादा खर्चा लगता है ठीक है कंस्ट्रक्शन की हम बात करें तो उसमें भी कम समय लग रहा है तो इन सारे रेस्पेक्ट में आप देखोगे तो ये जो फोर्थ जनरेशन इनका न्यूक्लियर पावर प्लांट होने वाला है यह काफी इनको मदद करने वाला है |

निष्कर्ष

तो एक तरीके से हम देख सकते हैं कि अब ये दूसरी कंट्रीज के लिए जब यह इनके पास आ जाएगा तो दूसरी कंट्रीज के लिए भी यह खतरा जो है वो आ सक सकता है तो आई होप कि आपको क्लियर समझ में आ गया होगा कि यह न्यूक्लियर रिएक्टर जो इनका फोर्थ जनरेशन का आने वाला है वो (पहला चौथी पीढ़ी का परमाणु रिएक्टर) है क्या और आखिरकार किन-किन एस्पेक्ट में ये दूसरी कंट्रीज में जो न्यूक्लियर रिएक्टर्स हैं उनसे बहुत ही ज्यादा बढ़िया है ठीक है तो मिलते हैं हम अपनी अगली पोस्ट में til then बाय बाय टेक केयर एंड हैव अ गुड डे पोस्ट को लाइक करें साथ ही सब्सक्राइब करें इस वेबसाइट को और शेयर करें मेरी पोस्ट को कमेंट करके जरूर बताएं कि पोस्ट कैसी लगी।

For More Details: China launches fourth-generation nuclear reactor, world’s first | World News – Hindustan Times

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *