सलोन से बजाना संगीत वाद्ययंत्र बजाना है, बुंदेली नृत्य संगीत का हिस्सा है
छतरपुर: बुन्देलखण्ड अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विशेष रूप से बुंदेली संगीत के लिए जाना जाता है, जो लोगों को अपनी धुनों पर नाचने पर मजबूर कर देता है। छतरपुर के मऊसनिया निवासी चंदन सिंह ने इस सांस्कृतिक धारा को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। चंदन सिंह ने वर्षों से अपने पारंपरिक वाद्ययंत्रों से बुंदेली नृत्य की हर शैली का संगीत निकालने की कला में महारत हासिल कर ली है।
विरा व्या यैदै से निकुथाई निकुथाई वाया
चंदन सिंह अपने पुराने वाद्य यंत्र से संगीत निकालते हैं जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। गोगड़िया एक पुराना पारंपरिक वाद्ययंत्र है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से बुंदेली लोकगीतों और नृत्य धुनों के लिए किया जाता है। चंदन सिंह अपने वाद्य यंत्र पर राई, कछियाई, लमटेरा और दिवारी जैसे सभी बुंदेली नृत्यों का संगीत बजाते हैं।
परंपरा के प्रति समर्पण और निष्ठा
चंदन सिंह की कला में बुंदेली लोक संस्कृति की विविधताएं हैं। उनके निकले गीतों ने न केवल बुंदेली नृत्य शैली को जीवित रखा, बल्कि लोगों के दिलों में जगह बनाई। वे अपनी कला का प्रदर्शन करने और उसमें अपना जीवन बिताने के लिए छतरपुर के विभिन्न स्थानों की यात्रा करते हैं। चंदन सिंह की अनोखी प्रतिभा और उसके प्रति समर्पण आज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, लोग उनकी कला की सराहना कर रहे हैं।
बुंदेली नृत्य
राई नृत्य:
बुन्देलखण्ड का पारंपरिक राई लोक नृत्य विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए प्रसिद्ध है जो सरसों के दानों की तरह झुमके के साथ नृत्य करती हैं। इसमें पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र जैसे गरिया, ढोलक, जीका, या रमतुला नृत्य जैसे थप पार नृत्य हन हान हन है वे अनुथी अरगा अर मावल हैं हैं शामिल हैं।
वली नृत्य:
यह नृत्य युद्ध की कला को दर्शाता है, जिसे देखकर दर्शक आश्चर्यचकित रह जाते हैं। युवाओं के चेहरे देखने लायक हैं, जिन्हें अहसास हो रहा है कि उन्होंने दिवाली नहीं मनाई है, बल्कि युद्ध के मैदान में जीत हासिल करने निकले हैं।
चंदन सिंह जैसे कलाकारों ने बुंदेली संस्कृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके वाद्य संगीत और बुंदेली नृत्य की धुनें न केवल क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।
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पहले प्रकाशित: 19 सितंबर, 2024, 17:18 IST
Source :news18.com