पार्क में एक साथ 400 मगरमच्छ!
चेन तनाव: छत्तीसगढ़ के जांगीर चांपा कोटमिसोना जिले में देश का दूसरा और एकमात्र मगरमच्छ पार्क है, जो जिले भर के साथ-साथ अन्य पड़ोसी राज्यों से भी पर्यटकों को आकर्षित करता है। हर दिन बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और मगरमच्छों को करीब से देखने का आनंद लेते हैं, साथ ही पार्क के चिड़ियाघर और अन्य संसाधनों का भी लाभ उठाते हैं। लगभग 80 एकड़ क्षेत्र में फैले इस मगरमच्छ पार्क में वर्तमान में 400 मगरमच्छ हैं।
पार्कों का स्थान और संख्या क्या है?
2006 में, छत्तीसगढ़ सरकार ने उनकी सुरक्षा और सुरक्षा के लिए कोटमीसोनार में एक मगरमच्छ पार्क की स्थापना की। इस पार्क में बनी एक बड़ी झील में लगभग 400 मगरमच्छ रहते हैं। कोटमीसोनार का यह मगरमच्छ पार्क चेन्नई के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा मगरमच्छ पार्क है।
परिचालन एवं पर्यटकों की संख्या
कोटमीसोनार में इस मगरमच्छ पार्क का प्रबंधन जिला वन विभाग द्वारा किया जाता है। वन विभाग की देखरेख में मगरमच्छों के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है। क्रोकोडाइल पार्क को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। यहां सीता राम बाबा और पर्यटक तामेश्वरी पटेल ने कहा, लोग यहां मगरमच्छों को देखने के लिए काफी उत्साहित रहते हैं और आसपास मगरमच्छों को देखकर आनंद लेते हैं। बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, स्लाइड आदि हैं। यहां जांजगीर चांपा जिले के साथ ही प्रदेश भर से सैकड़ों लोग रोजाना मगरमच्छ देखने आते हैं। यहां पार्क में प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 20 रुपये और बच्चों के लिए 10 रुपये है। वहीं, ग्रामीणों के लिए यह बिल्कुल मुफ्त है। यह पार्क प्रातः 09 बजे से सायं 06 बजे तक खुला रहता है। सप्ताह में एक दिन सोमवार को बंदी रहती है।
पहले प्रकाशित: 18 अक्टूबर, 2024, 14:01 IST
Source :news18.com